rose with book

कुछ तो बात है उनमें,
तभी लोग उनके हो जाते है।
अपने अपने प्यार का
इजहार करने,
गुलाब का फूल लेकर,
बार बार सामने जाते है।
भले ही कुछ बोल न सके,
पर अपनी बात गुलाब
दिखकर समझते है।
और अपनी चाहत को,
उन्हें दिखाते है।।

कमबख्त ये दिल भी,
कुछ ऐसा ही है।
जो बार बार उनको,
धडकनों में पुकारता है।
और कहता है कि अब,
दे दे दवा या जहर।
दिल से तुझे पाने आये है।।

मोहब्बत करने वाले,
कभी भी डरते नहीं।
जो जमाने से डरते है,
वो मोहब्बत कर सकते नहीं।
इतिहास मोहब्बत का देखो,
आनरकाली सलीम नजर आएंगे।
मोहब्बत होती है क्या वो बतलायेंगे।।

मोहब्बत की खातिर अनारकली,
जिन्दा चुनबाई जाती है।
और मोहब्बत की कहानी को,
हमेशा के लिए जिंदा रख जाती है।
क्योंकि मोहब्बत नहीं देखती,
राजा और रंक को।
ये तो दिल से निभाई जाती है।
बस दिल से निभाई जाती है।।

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