गौतम बुद्ध के मार्ग पर,
आज हमें चलना होगा
सृष्टि को फिर से स्वर्ग सी
उपवन करना होगा।।
पंचशील के पाँच
तत्वों को अपनाकर
मद,मोह,अहंकार को
नष्ट करना होगा।।
सत्य पर अटल रहकर
दूसरों की सेवा करना होगा।।
आवश्यकता से अधिक
संग्रह न कर
बेसहारा लोगों की
मदद करना होगा।।
सात्विक विचार से
अच्छे विचार अपनाकर
भगवान का ध्यान कर
घर में रहना होगा।।
हमे भी संयम रखना होगा
अनुशासन में रहकर
कोरोना को हराना होगा।।
मानवीय मूल्यों की
गरिमा जननी है,
हर दिल में जग पड़े
वेदना पर पीड़ा अहसास की
फिर देखो हार जाएगा संकट।।
क्योंकि…
व्यक्ति का निर्माण प्रथम है,
यही…..
शर्त है आज के जीवन की।।