mukatak jamana lekhan hunar

ज़माना
“हम सब ज़माने की शर्तों पर चल रहे है,
जैसे पान में कत्थे के संग चुना मल रहे है,
वक़्त बदला नही है किसी का अभी तक,
लेकिन हम सब वक़्त के साथ बदल रहे है।”

लेखन
“अभी लेखन में करने कई सुधार बाकी है,
अभी लेखन में जुड़ने कई किरदार बाकी है,
वक़्त है तो लिख रहा हूँ अभी तस्सली से,
अभी बनना बड़ा कलमकार बाकी है।”

हुनर
“यहाँ सभी अपने हुनर का कर सकते इस्तेमाल है,
मौका मिले अगर तो कर सकते कमाल है,
जवाब की खोज में है यहाँ पर सभी,
यहाँ सभी के मन में कोई ना कोई सवाल है।”

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