हिन्दी सीखे और सिखाएं,
हो हिन्दी प्रसार ।
राजभाषा से राष्ट्रभाषा तक,
हो हिन्दी विस्तार ।
हिन्दी सज्जित हो विश्व गुलिस्ता,
शीघ्र ही जगत- जुबान ।
आओ ! अजस्र हम सहर्ष करे,
अपनी हिन्दी से प्यार ।
हिन्दी सी कोई भाषा नहीं है ,
उठा देख लो ज्ञान ।
संस्कृत तनया संस्कृति ,
भारत गौरव मान ।
अ से ज्ञ तक ज्ञान अनन्त,
व्याकरण सम्मत सार ।
हिन्दी शीघ्र राष्ट्रभाषा बने,
*अजस्र* स्वप्न सम्मान।