indian village poem

कविता : सच में कुछ नहीं बदला

आज बहुत दिनों बाद पहाड़ों की बीच बसे गांवों में जाने का मौका मिला, सच में आज भी गांव में कुछ नहीं बदला.! ठंडी ठंडी हवा चलती है वहां, प्रकृति के शानदार नजारे आकर्षित करते हैं वहां, शहरों में तो… Read More