तू हँस के देख
या देख के हँस
न जाने क्यूँ तेरी आँखें
हर वक़्त कुछ कहती जरूर है।
तू खुश रहे या बहुत खुश
हर वक़्त तेरी आँखें
कुछ छुपाती जरूर है।
तू उदास भी रहे
तेरी आँखें गम में भी
मुस्कुराती जरूर हैं।
चाहे तू बोले न कुछ
पर तेरी ये छोटी आँखें
कुछ बताती जरूर है।
तू डूब के देख
या देख के डूब जा
ये तेरी आँखें
गहराई का एहसास कराती जरूर हैं।
नज़रें झुका ले
या नज़रें उठा के देख
पर…
तुम्हारी ये आँखें,
यार…
प्यारी बहुत है।