इक दिन बिक जाएगा, माटी के मोल
जग में रह जाएंगे प्यारे तेरे बोल
दूजे के होठों को देकर अपने गीत
कोई निशानी छोड़, फिर दुनिया से बोल
इक दिन बिक जाएगा…
हिन्दी सिनेमा में दर्द भरे गीतों के जरिये सबके दिलों पर एकक्षत्र राज करने वाले मशहूर गायक मुकेश जी का आज जन्मदिवस है। अगर इन्हें दर्दीली दुनिया का बेताज बादशाह कहें तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। अपने दर्द भरे नगमों से वे न चाहते हुए भी हर किसी को गम की गहराईयों में गोते लगाने के लिए मजबूर कर देते थे। अपने आवाज के जरिये वे लोगों की दिलों में छिपे प्रेम भाव को उजागर कर देने में महारत हासिल किए हुए थे। सन 1945 में आई फिल्म पहली नज़र से इन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। इस फिल्म के एक गीत ‘दिल जलता है तो जलने दे, आँसू न बहा फरियाद न कर…’ ने इन्हें काफी लोकप्रिय बना दिया। यहीं से फिल्मों में एक के बाद एक गाने के लिए अवसर मिलने लगे। आगे चलकर इनकी जोड़ी राजकपूर के साथ खूब जमीं। एक से बढ़कर एक बेहतरीन गाने मुकेश जी ने राजकपूर के लिए गाये। जो बहुत ही हिट हुए। इनमें फिल्म आग, बरसात, आवारा, श्री 420, मेरा नाम जोकर, संगम, सत्यम शिवम सुंदरम, अनाड़ी, चोरी-चोरी, तीसरी कसम, दीवाना और छलिया आदि मुख्य हैं। कहा जाता है कि जब मुकेश जी की मृत्यु हुई तो राजकपूर ने कहा था कि ‘मेरी तो आत्मा ही मुकेश में बस्ती थी। मुकेश क्या गए मेरी तो आवाज ही चली गयी’। सच में ऐसा लगता था कि सिनेमा के पर्दे पर मुकेश नहीं बल्कि राजकपूर स्वयं गा रहे हों। अब इसे कुदरत का संयोग कहें या फिर अनहोनी कि 27 अगस्त 1976 को फिलाडेल्फिया में स्टेज शो के दौरान ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। यहाँ पर भी वो राजकपूर की ही फिल्म मेरा नाम जोकर का लोकप्रिय गीत ‘जाने कहाँ गए वो दिन’… गा रहे थे। अपने करियर का अंतिम गीत भी मुकेश जी ने राजकपूर के फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ के लिए ही गाया था। जो इनके मृत्यु के दो साल बाद रिलीज हुई थी। इसके अलावा भी मुकेश जी ने मनीष, मनोज कुमार, विनोद मेहरा, सुनील दत्त, फिरोज खान, राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन के लिए भी बेहतरीन गाने गाये। जो काफी पसंद किए गये। जिनमें ‘फूल तुम्हें भेजा है खत में’, ‘सावन का महीना’, ‘चांद सी महबूबा हो मेरी’, ‘क्या खूब लगती हो’, ‘कोई जब तुम्हारा हृदय तोड़ दे’, ‘कहीं दूर जब दिन ढल जाए’, ‘मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने’, ‘कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है’ आदि है। इनके अलावा मुकेश जी के जो मेरे पसंदीदा गीत हैं उनमें से कुछ आपके समक्ष हैं। उम्मीद है आपको भी पसंद आएगी।
फिल्म | गीत |
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आवारा | आवारा हूँ गर्दिश मे हूँ आसमान का तारा हूं, हम तुमसे मुहब्बत करके सनम |
धर्म कर्म | एक दिन बिक जाएगा माटी के मोल |
संगम | ओ महबूबा, दोस्त दोस्त ना रहा, मेरे मन की गंगा, हर दिल जो प्यार करेगा |
अनाड़ी | किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार, रमैया वस्ता बैया, सब कुछ सीखा हमने |
हम हिंदुस्तानी | छोड़ो कल की बातें कल की बात पुरानी |
कटी पतंग | जिस गली में तेरा घर न हो बालमा |
मेरा नाम जोकर | जीना यहां मरना यहां |
सफर | जो तुमको हो पसंद वही बात कहेंगे |
दिल ही तो है | तुम अगर मुझको न चाहो तो कोई बात नहीं |
हरियाली और रास्ता | तेरी याद दिल से भुलाने चला हूँ |
उपकार | दीवानों से ये मत पूछो |
तीसरी कसम | दुनिया बनाने वाले क्या तेरे मन में समाई, सजन रे झूठ मत बोलों |
पत्थर के सनम | महबूब मेरे महबूब मेरे |
कभी कभी | मैं पल दो पल का शायर हूँ |
रोटी कपड़ा और मकान | मैं न भूलूँगा |
श्री 420 | मेरा जूता है जापानी, इचक दाना बीचक दाना |
मिलन | मुबारक हो तुमको समां ये सुहाना, राम करे ऐसा हो जाए |
धर्मवीर | सात अजूबे इस दुनिया में |
जिस देश में गंगा बहती है | होठों पे सच्चाई रहती है |
फूल बने अंगारे | चांद आहें भरेगा |
सरस्वती चंद्र | चंदन सा बदन चंचल चितवन |
छलिया | डम डम डिगा डिगा, छलिया मेरा नाम |
अमर अकबार एंथनी | देख के तुमको ये दिल डोला है |
मधुमती | दिल तड़प तड़प के कह रहा है |
शोर | एक प्यार का नगमा है |
फर्ज़ | हम तो तेरे आशिक हैं सदियों पुराने |
राजनीगंधा | कई बार यूं देखा है |
लाल दुपट्टा मलमल का | क्या करते थे साजना |
यहूदी | ये मेरा दीवानापन है |