गांधी जयंती यानि अहिंसा दिवस के मौके पर जबरदस्त मारधाड़ से भरपूर और हिंसा से भरपूर फिल्म वॉर रिलीज कर दी गई है। ऋतिक रोशन और टाइगर श्रॉफ स्टारर ये फिल्म कैसी है और इसे क्यों देखने या नहीं देखने जाना चाहिए। चलिए जानते हैं इस रिव्यू में। फिल्म वॉर का जब ट्रेलर वीडियो रिलीज किया गया तो ज्यादातर लोग इससे निराश नजर आए थे। वजह ये थी कि फिल्म के ट्रेलर वीडियो में एक्शन सीन्स की भरमार भर दी गई थी और रिलीज के नाम पर ट्रेलर देखें तो वह जीरो बट्टे सन्नाटा था। अच्छी बात ये है कि फिल्म के मामले में ऐसा नहीं है। फिल्म के बारे में एक खास बात जो ज्यादातर लोगों के ट्रेलर देखने के दौरान मिस की वो ये है कि फिल्म में सिर्फ एक्शन नहीं है। बल्कि सस्पेंस, थ्रिलर और मिस्ट्री भी है जिसे आप आखिर तक सुलझाने की कोशिश करते रहते हैं और राज आखिरकार क्लाइमैक्स से ठीक पहले आकर खुलता है। फिल्म में दो तीन प्रश्न स्वाभाविक से उठते हैं कि वॉर आखिर किस-किसके बीच हो रहा है? फिल्म के आखिरी में कौन जीतने वाला है? विलेन ऋतिक-टाइगर में से एक है या कोई और? और आखरी बात  क्या ऋतिक के किरदार की मौत हो जाती है? फिल्म में इमोशन्स हैं, एक्शन, थ्रिलर है और सस्पेंस भी तो  दूसरी तरफ़ म्यूजिक, मस्ती है और पहेलियां भी। फिल्म अपने को स्थापित करने में वक्त नहीं लगाती और पहले ही सीन के साथ कहानी आपके दिमाग में क्लीयर हो जाती है। फिल्म की कहानी कुछ इस प्रकार है कि भारतीय सेना के स्पेशल मिशन हैंडल करने वाले मेजर कबीर लूथरा (ऋतिक रोशन) भारतीय सेना से गद्दारी करके बागी हो गए हैं। कबीर फरार हैं और अब भारत के लिए ही खतरा बन चुके हैं। ऐसे में सेना खालिद खान (टाइगर श्रॉफ) को कर्नल लूथरा (आशुतोष राणा) ये जिम्मेदारी देते है कि वह कबीर को ढूंढ निकाले, और उसे खत्म कर दे। खालिद को मेजर कबीर ने ही ट्रेनिंग दी और दोनों एक दूसरे की ताकत और कमजोरियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं। खालिद के पिता एक आतंकवादी थे और यही वजह थी कि कबीर ने उसे अपनी टीम में लेने से पहले 1000 बार सोचा था। हालांकि खालिद कबीर का भरोसा जीत पाने में कामयाब रहा और उसने कबीर की टीम में जगह बना ली। अब जब खालिद के पास कबीर को ही जान से मारने के ऑर्डर्स हैं तो ये सवाल लगातार उसके दिमाग में घूम रहा है कि देश के लिए जान भी दे सकने वाला कबीर आखिर अचानक बिना किसी वजह बागी क्यों हो गया है। कबीर के बागी हो जाने की वजह क्या है? वह क्यों अचानक अपने ही देश का दुश्मन बन गया है? क्या टाइगर श्रॉफ ये वॉर जीतने वाले हैं या ऋतिक रोशन? कहानी का असली विलेन कौन है? फिल्म की स्क्रिप्ट काफी मजबूती और खूबसूरती के साथ लिखी गई है। हर किरदार खुद को जस्टिफाइ करता नजर आता। फिल्म में सिर्फ दो गाने हैं लेकिन उनकी कंपोजीशन और लिरिक्स आपका मनोरंजन करने के लिए पर्याप्त हैं। विशाल-शेखर ने ‘जय जय शिव शंकर’ में कमाल कर दिया है और बाकी का दिल कैमरा वर्क और ऋतिक-टाइगर के डांस मूव्स ने जीत लेते  है। डैनियल बी० जॉर्ज का दिया बैकग्राउं स्कोर भी बढ़िया है। कुल मिलाकर तकरीबन 200 करोड़ रुपये के बजट से बनी फिल्म वॉर एक अच्छी एंटरटेनिंग फिल्म है। निर्देशक सिद्धार्थ आनंद ने हवा, समंदर और बर्फ में फिल्माए गए सीन्स में अपना हुनर दिखाया है। फिल्म एक अलग लेवल का एक्शन दिखाती है और जहां तक बात है वाणी कपूर के किरदार की तो वह बहुत कम वक्त के लिए स्क्रीन पर आती हैं लेकिन उन्हें जितना भी काम दिया गया है वो उन्होंने बखूबी किया है। इस तरह आप कह उठते हैं वाह यार खूब वॉर।
#war
अपनी रेटिंग : 3 स्टार
फिल्म
: वॉर
कलाकार : टाइगर श्रॉफ, ऋतिक रोशन, वाणी कपूर
निर्देशक : सिद्धार्थ आनंद
शैली : एक्शन-थ्रिलर
संगीत : विशाल-शेखर, संचित बलहरा

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