India-Pakistan partition

पाकिस्तान:एक असफल देश

पाकिस्तानी आँखों में क्युँ मानवता नही दिखती
पाकिस्तानी हाथों में क्यूँ दानवता ही रहती
भारत को मिटाने खातिर पाकिस्तान अब टूट रहा है
पाकिस्तानी लोंगो में कोई समानता नहीं रहती ,

पाकिस्तान को टूटना होगा पाकिस्तान को मिटना होगा
पाकिस्तान को दुनिया के हर नक्शो से हटना होगा
तभी समन्वय शांति भी होगी दुनिया के कोने में
पाकिस्तान के सपनों को टूट टूट के रिसना होगा,

पाकिस्तान का संस्थापक ही मूरख कोई जिद्दी था
भारत के समकक्ष में उसके नेता सारा पिद्दी था
तभी नचाया नाच वतन को अपनें जुल्म इशारों पर
नाचा उसकी घुड़की पर ओ नेहरू कोई गांधी था,

हर बातों पर अनशन करने वाला गांधी क्यों मौन हुआ?
सबको डांट सुनाने वाला उसके आगे क्यों बौन हुआ?
दुनिया में हिंसा का काटा देख कर बोया जिन्ना क्या?
की गांधी के ऊपर उसका भी बार बार हैं धौस हुआ,

जब तक ना टूटे पाकिस्तान दुनिया में आतंक ना मिटेगा
हिंसा का नया इबारत रोज़ पाकिस्तान ही लिखेगा
हिंसा आतंक का सारा तांडव चलता रहेगा दुनिया में
मिटा के देखों पाकिस्तान को कैसे शांति फैलेगा,

पाकिस्तान को जो तोड़ेगा, ओ पैगम्बर कहलायेगा
दुनियाँ से आतंक औ हिंसा जो भी शख्श मिटाएगा
बनेगा ओ ही युग निर्माता इतिहास के सारे पन्नो पे
उसकी सम्मान की खातिर में अम्बर भी शीश नवायेगा ।।

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पाकिस्तान समस्या

पाकिस्तान कोई नही समस्या है अब केवल भारत की
इसने तो सारा शांति मिटाया है अब देखो दुनिया की
मिलकर सारा देश सभी इसको समझाये मुक्कों से
मिन्नत करने से बाज़ ना आया पाठ पढ़ाया दुनियाँ की,

पाकिस्तान को जो तोड़ेगा ओ पैगम्बर कहलायेगा
दुनिया से आतंक औ हिंसा जो भी शख्स मिटाएगा
बनेगा ओ ही युग निर्माता इतिहास के सारे पन्नो पे
उसकी सम्मान की खातिर में अम्बर भी शीश नवायेगा,

पाकिस्तान का बनना ही भारत माँ का दिल ऐंठा
अपनी ज़िद की खातिर कोई पाकिस्तान बना बैठा
पापी नीच ओ राक्षस था जिसने खेल किआ था ये
भारत भूमि में अपना ओ हिस्सा कैसे लगा बैठा,

कोई नही था देश मे जो की भारत का बंटवारा रोके
फेंक अहिंसा का सब खेला जिन्ना को ओ जाकर रोके
जो मूरखता में अपने सारा खेल ये कैसा खेल रहा था
ना माने ओ जिन्ना तो शैतान समझकर जान ही ले ले,

मूरखता और ज़िद से उपजा देश कभी विकसित होगा
उसमे मानवता धर्म की बाते कभी नही संरक्षित होगा
अपनी ज़िद का फल पाया कैसे जिन्ना हमनें देख लिया
पाकिस्तानी लोगो द्वारा हिंसा आतंक ही सुरक्षित होगा ।।

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