राजस्थान के अलवर जिले की कठूमर तहसील के पावटा गांव के हरिराम को आदिवासी और दलित साहित्य लेखन में विशेष योगदान और मानवीय मूल्यों को वैज्ञानिक सोच के साथ आगे बढ़ाने के लिए बाबू इंद्रदेव प्रसाद स्मारक शिक्षा एवं सामाजिक चेतना फाऊंडेशन, इंदिरा नगर, लखनऊ (उत्तर प्रदेश) द्वारा “बाबू इंद्रदेव प्रसाद स्मृति सम्मान 2025” देने की घोषणा की गई है। यह सम्मान दो दिवसीय (21-22 जून 2025) राष्ट्रीय संगोष्ठी “दलित विमर्श और सुरेश चन्द्र का साहित्य” के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में 22 जून 2025 को अंतरराष्ट्रीय साधना केंद्र, मियां बिगहा, बोधगया, गयाजी, बिहार में दिया जायेगा। हरिराम वर्तमान में दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय में प्रवक्ता हिंदी के पद पर कार्यरत हैं। सरल, मृदु और मितभाषी हरिराम राजस्थान विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय और जेएनयू के शोध छात्र रहे हैं।