देवकी के बंदी गृह में लाल हुए।
लाल का खिलैया कोई नहीं।
वहाँ दादी नहीं वहाँ नानी नहीं।
लड्डू का बन्धियाँ कोई नहीं।
देवकी के बन्दीगृह में लाल हुए।
वहाँ लाल का खिलैया कोई नहीं।
वहाँ बुआ नही वहाँ मौसी नहीं।
वहाँ चडुवे का चडैया कोई नहीं।
देवकी के बन्दीगृह में लाल हुए।
वहाँ लाल का खिलैया कोई नहीं।
वहाँ चाची नहीं वहाँ मामी नहीं।
वहाँ नज़र का उतरैया कोई नहीं।
देवकी के बन्दीगृह में लाल हुए।
वहाँ लाल का खिलैया कोई नहीं।
वहाँ दादा नहीं वहाँ नाना नहीं।
वहाँ गोदी का खिलैया कोई नहीं।
देवकी के बन्दीगृह में लाल हुए।
वहाँ लाल का खिलैया कोई नहीं।
वहाँ चाचा नहीं वहाँ मामा नहीं।
वहाँ खुशी से नचैया कोई नहीं।
देवकी के बन्दीगृह में लाल हुए।
वहाँ लाल का खिलैया कोई नहीं।
Bahut Sundar wah!