Time will pass

कविता : समय निकल जायेगा

दिल से दिल मिलाकर देखो। जिंदगी की हकीकत को पहचानो। अपना तुपना करना भूल जाओगे। और आखिर एक ही पेड़ की छाया के नीचे आओगे। और अपने आप को तुम तब अपने आप को पहचान पाओगे।। क्योकि छोड़कर नसवार शरीर,… Read More

geet gurudev ki vaani suno

भजन : गुरुदेव की वाणी सुनो

विद्यासागर जी की वाणी सुनो। ज्ञान अमृत का रसपान करो। ज्ञानसागर जी की दिव्य ध्वनि सुनो। जैन धर्म का पालन करो। विद्यासागर जी की वाणी सुनो।। आज हम सबका यह पुण्य है। मिला है हमें मनुष्यब जन्म ..। किये पूर्व… Read More

गीत : मोहब्बत तुमसे

तुम ही से प्यार करता हूँ, तुम ही पर जान देता हूँ। दिलकी हर धड़कन को, मैं पहचान लेता हूँ। तभी तो लोग, तेरी मेरी दोस्ती को। दिलसे आशीर्वाद और, दुआएं हमें देते है।। तुम्हारे और हमारे, प्यार के किस्से।… Read More

कविता : यादों का एहसास

बहुत दूर है तुम्हारे घर से, हमारे घर का किनारा। पर हवा के हर झोके से। पूंछ लेते है मेरी जान, हाल चाल तुम्हारा।। लोग अक्सर कहते है। जिन्दा रहे तो फिर मिलेंगे। पर मेरी जान कहती है। की निरंतर… Read More

गीत : छोड़ दो

की अपना देश है महान। जिसमें रहते सर्वधर्म इंसान। विश्व में अलग ही है पहचान। जिसे लोग कहते हिंदुस्तान। ये देश है बहुत महान।। जो नारी की लाज लूटते है। नहीं उनको देते है सम्मान। चाहे वो मुल्ला हो या… Read More

कविता : चाहकर भी नही भूला

चाहकर भी मैं भूल, नहीं सकता तुम्हें। देख कर अनदेखा, कर सकता नही तुम्हें। दिलकी धड़कनों को, कम कर सकता नहीं। क्योंकि ये दिल है, जो मानता ही नही।। माना कि मुझ से, नफरत है तुम्हें। मेरी बातें से तुम्हें,… Read More

भजन : विद्यासागर जी द्वारा कल्याण

आचार्यश्री के 53वे दीक्षा दिवस पर संजय जैन द्वारा रचित भजन उनके चरणों मे समर्पित है। जो चलते हो नंगे पाँव, जगत कल्याण के लिए। एक बार तो जय कारा लगाओ, विद्यासागर मुनिराज के लिए।। गांव गांव में जाकर, जैन… Read More

कविता : घर परिवार को जाने

गुजर गए इतने दिन, तो बाकी भी निकल जाएंगे। घर में रहना क्या होता, समझ में आ गया होगा। कैसे दिनभर घर में कोई, अकेला रह सकता है। यही काम तो तुम्हारी, धर्मपत्नी अकेले करती है। और घर के काम… Read More

poem love is not easy

कविता : इश्क आसान नही

क्यों एक पल भी तुम बिन रहा नहीं जाता। तुम्हारा एक दर्द भी मुझसे सहा नहीं जाता। क्यों इतना प्यार दिया तुमने मुझ को। की तुम बिन अब जिया नहीं जाता।। तुम्हारी याद आना भी कमाल होता है। कभी आकर… Read More

गीत : वियोग

इस अस्त व्यस्त से,  भरे माहौल में। पत्नी बच्चे आशा, लागाये बैठी है। की कब आओगे, अपने घर अब तुम। अब तो आंखे भी, थक गई है। तुम्हारे आने का, इंतजार करते करते।। महीनों बीत गए है, तुम्हें देखे बिना। बच्चे… Read More