गाँधी : स्त्री-विमर्श के पैरोकार

मोहनदास करमचंद गांधी एक ऐसी शख्सियत है जो किसी परिचय के मोहताज नहीं, बल्कि देश – विदेश  में भारतीयों का परिचय इनके नाम से किया जाता है। कितने ही वाकया हैं जिसमें देश से विदेश गए लोगों से विदेशी यह… Read More

मुखर्जी-दार-बउ : रिश्तों का तानाबाना

स्त्री सशक्तीकरण की गूंज आज हर गली, मुहल्ले, शहर में सुनने को मिलती है। साहित्य से लेकर सिनेमा तक इसके प्रभाव से अछूता नहीं है। बड़े-बड़े मंच पर स्त्री विमर्श की चर्चा की जाती है। उनकी समस्याओं को अभिव्यक्ति दी… Read More