कही पर बहुत खुशाली है
कही पर बहुत उदासी है।
कही पर यश कीर्ति है।
कही पर नाम मात्र है।।
न गमो में उदास रहते है।
न खुशी में उछलते है।
समानता के भाव हम।
सदा ही दिलमें रखते है।।
जो दिलके रिश्ते समझते है।
वो ही दिल लगाते है।
और दिलकी सोच को वो।
निभाते दिल से ही है।।
लगी हो चोट अगर दिल पर।
तो आँखो संग दिल रोता है।
तड़प दिल में होती है।
आँसू आँखे से गिरते है।।
बहुत छोटा सा ये दिल।
बड़ी बड़ी बातें समझता है।
तभी तो मानव को ही।
दिल का राजा कहते है।।