दीप जलाओ तुम सब।
करो अंधकार को दूर।
रोशनी कर लो मन में।
इस दीपाली पर।।
घर का कचड़ा साफ करो।
मन को करो तुम शुध्द।
जग मग कर दो गली मौहल्ले
और अपना घर।
दिलो में खुशीयाँ भर दो,
इस दिवाली पर ।।
खुशियाँ घर घर जाकर।
देते जाओ तुम सबको।
मिले तुम्हें आशीष सदा,
बड़े बूढ़ों जनों का।
दीपावली पर हिल मिलकर,
रहो तुम सब जन।
मिलेगी धन संपदा
तुम्हें इस दिवाली पर।।
मिलेगी धन संपदा…।।