आज पूरा देश कोरोना के आतंक से परेशान है
कोई कहता शैतान तो कोई कहता हैवान है
चार बार नहाते है दिन में, सौबार चमकाते हाथ हैं
शान से कहती है मेरी बीवी, देखो घर में कितना काम है
सारे बर्तन घसो थोड़े सब्ज़ी काटो, मुझे कुछ और भी काम है
बेसन, मैदा और सूजी लादो गर खुला कोई दुकान है
वर्क फ्रॉम होम तो अच्छा पर घर के काम से हैरान है
हर टोटका अपनाया है हमने, हर तंत्र के शिकार है
लहसन, मेथी, लौंग का सेवन भी, क्या इसका उपचार है
कहती है मेरी दादी माँ क्या देश कि पुलिस बेकार है
कितने महीने हो गए और किसे ढूंढ रही ये सरकार है
इस ना दिखने वाले हथियार से तो हर इंसान लाचार है
डर बहुत हुआ अब बहुत हुआ इस कोरोना को डराना है
खुद को करो सुरक्षित पहले, नहीं बाहर अभी निकलना है
दोस्त यार और रिश्तेदार सबको ये सन्देश फैलाना है
रहो बनाकर दुरी हमेशा, उनको एहसास दिलाना है
ना होने देंगे पूरा चक्र इसका तो समझो जीत आसान है
कोई चाहे कुछ भी कहे, हमे भरोसा है की राम हैं
आज पूरा देश कोरोना के आतंक से परेशान है