आप सभी कार्यक्रम में सादर आमंत्रित हैं…

*राष्ट्रीय संगोष्ठी*

*शिवाजी कॉलेज,* हिंदी विभाग की साहित्यिक सांस्कृतिक समिति *’साहित्य संगम’*, दिल्ली विश्वविद्यालय
तथा *महाकवि जयशंकर प्रसाद फाउंडेशन* के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी

विषय : कामायनी तथा गीतांजलि का वैशिष्ट्य

दिनांक : 13 नवम्बर 2019, बुधवार
समय : प्रातः 9.30 बजे से शाम 5 बजे तक
स्थान : सभागार, शिवाजी कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय

*संगोष्ठी केंद्रित विषय पर शोध परक आलेख *फ़ॉन्ट* – यूनिकोड / krutidev 10, फ़ॉन्ट साइज़ -12
*शब्द सीमा* – 2000 न्यूनतम
शोध आलेख निम्न ईमेल पर भेजें।
*darshan.du@gmail.com*

*संगोष्ठी के उप विषय*

*कामायनी और गीतांजलि तुलनात्मक संदर्भ
*कामायनी एवं गीतांजलि में प्रकृति चित्रण
*कामायनी और गीतांजलि में दर्शन का तुलनात्मक संदर्भ
*कामायनी एवं गीतांजलि में निशा वर्णन
*कामायनी और गीतांजलि में सौंदर्य चित्रण
* कामायनी एवं गीतांजलि में प्रेम वर्णन का स्वरूप
*कामायनी और गीतांजलि में निरूपित सत्य
*कामायनी का प्रतिपाद्य
*कामायनी में प्रकृति चित्रण
*कामायनी में चित्रित सभ्यता समीक्षा
*कामायनी का दर्शन
*कामायनी में प्रेम और सौंदर्य
*कामायनी का महाकाव्यत्व
*कामायनी की प्रासंगिकता
*कामायनी की चारित्रिक योजना
*कामायनी में अभिव्यक्त समरसतावाद
*कामायनी में अभिव्यक्त आनंदवाद
*कामायनी में सत्यम शिवम सुंदरम की अवधारणा
*कामायनी में चित्रित विज्ञान
*कामायनी में वर्णित पर्यावरण की समस्या
*कामायनी की काव्य कला
*कामायनी का बिंब विधान
* कामायनी में संगीत एवं छंद तत्व की योजना
*कामायनी का काव्य वैभव
*कामायनी में अभिव्यक्त रहस्यवाद
*गीतांजलि का वैशिष्ट्य
*गीतांजलि में अभिव्यक्त रहस्यवाद
*गीतांजलि का दर्शन
*गीतांजलि का संदेश
* गीतांजलि की काव्य भाषा
*गीतांजलि की संगीतिक योजना
* गीतांजलि का सारांश
* गीतांजलि का प्रणति भाव
* गीतांजलि में अभिव्यक्त प्रेम-दर्शन
*गीतांजलि में चित्रित प्रकृति
*गीतांजलि का काव्य वैभव
*गीतांजलि की काव्य भाषा
*गीतांजलि का बिंब विधान

नोट : इन उप विषयों के अतिरिक्त भी मूल विषय से संबंधित शोध आलेख लिख सकते हैं।

विशेष : बीसवीं सदी की दो महत्वपूर्ण कृतियों जयशंकर प्रसाद कृत कामायनी और रवींद्र नाथ टैगोर कृत गीतांजलि को केंद्र में रखते हुए यह संगोष्ठी आयोजित की जा रही है। आप इन दोनों कृतियों से संबंधित अपने शोध आलेख पंजीकरण राशि के साथ भेजें। संगोष्ठी में भाग लेने हेतु दिल्ली के बाहर से आने वाले प्रतिभागियों को अपना यात्रा व्यय तथा ठहरने की व्यवस्था स्वयं करनी होगी।

पंजीकरण राशि –
रू० 500/ ( प्राध्यापक/ शोधार्थी)
रू ० 300/ ( विद्यार्थी)
*शुल्क पेटीएम द्वारा निम्न मोबाइल न. पर भेजें।*
*9868104191( paytm) पंजीकरण शुल्क के भेजने के पश्चात स्क्रीन शॉट भी इसी नंबर पर भेजें।*
*पंजीकरण की अन्तिम तिथि:* 08 नवम्बर 2019
किसी भी प्रकार की सूचना के लिए:
संपर्क सूत्र : 9891320580

भवदीय

*डॉ. दर्शन पाण्डेय*
संयोजक, साहित्य संगम
प्रभारी, हिंदी विभाग, शिवाजी कॉलेज

*विजय शंकर प्रसाद*
प्रबंध न्यासी, महाकवि जयशंकर प्रसाद फाउंडेशन

*डॉ. शशि निझावन*
संरक्षक एवं प्राचार्या, शिवाजी कॉलेज

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