प्यार को प्यार से जाने तो,
कोई बात होती है।
दिल को दिल से जानो तो,
कोई बात होती है।
मैं कैसे समझूँ की तू,
मुझको चाहती है।
कुछ तो दे दो इशारा तुम,
अपनी आँखों से।।
जब भी देखता हूँ तुझे
दिल में एक हलचल होती।
अंधेरे दिल में एक,
रोशनी की किरण दिखती।
तेरा क्या हाल है मुझे,
कुछ भी नहीं है पता।
हाल ए दिल मैं अपना
तुझको व्या करता।।
तेरे दिल में यदि,
कुछ हो तो बता दो मुझे।
आँखों से न सही तो
खत लिखकर बता दो मुझे।
मेरा तेरे संदेश का
कब से इंतजार कर रहा।
तेरी चाहात में अभी तक
मैं जीये जा रहा हूँ।।
प्यार से प्यार को समझो,
तो कोई बात बने।
दिल को दिल से जानो तो,
कोई बात बने।
हम तो तेरे कसम से,
कब से दीवाने हैं।
अब मेरी जिंदगी ये,
तेरे ही हवाले है।।