mushkil hai

मुझे तोड़ना बहुत मुश्किल है!
छोड़ दो चाहे मुझे मुश्किल हालातों में
चाहे तोड़ दो आत्मविश्वास मेरा
हर बार मुझे ख़ुद से संभलना आता है!

गिरा लो चाहें मनोबल जितना
गिरकर मुझे ख़ुद से उठना आता है
दे लो चाहें जितनी भी उलझी जिंदगी की परिभाषा
मुझे हर परेशानी को हँसकर सुलझाना आता है!

लपेट लो चाहें मुझे कितने भी भावुक पहलुओं में
मुझे हर उस भँवर से निकलना आता है…
बिखरी हूँ आज निखर जाऊँगी कल, ये यकीं है
क्यूंकि …
मुझे तोड़ना बहुत ही मुश्किल है…

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