hindi bhasha

हिंदी ने बदल दी,
प्यार की परिभाषा।
सब कहने लगे
मुझे प्यार हो गया।
कहना भूल गए,
आई लव यू।
अब कहते है
मुझसे प्यार करोगी।
कितना कुछ बदल दिया,
हिंदी की शब्दावली ने।
और कितना बदलोगें,
अपने आप को तुम।
हिंदी से शोहरत मिली,
मिला हिंदी से ज्ञान।
तभी बन पाया,
एक लेखक महान।
अब कैसे छोड़ दू,
इस प्यारी भाषा को।
ह्रदय स्पर्श कर लेती,
जब कहते है आप शब्द।
हर शब्द अलग-अलग,
अर्थ निकलता है।
इसलिए साहित्यकारों को,
हिंदी भाषा बहुत भाती है।
हर तरह के गीत छंद,
और लेख लिखे जाते है।
जो लोगों के दिल को छूकर,
हृदय में बस जाते है।
और हिंदी गीतों को,
मन ही मन गुन-गुनाते है।
और हिंदी को अपनी,
मातृभाषा कहते है।
इसलिए हिंदी को
राष्ट्रभाषा भी कहते है।।

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