ramraj

साथियों आज कल सत्ता और समय परिवर्तन का दौर चल रहा है। इसी कारण से, में आप से कुछ कहना चाह रहा हूँ। क्या हम सब पहले जैसे भारत का निर्माण करना चाहते है? जिसमे अमन चैन और शांति स्थापित हो, हर इंसान को खुशियां मिले, पूरे देश में भाई चाहरे का पहले जैस माहौल हो। तो हम सब लोगो को मिलकर कुछ ठोस कदम उठाने पड़ेंगे।

हमारे मन के अंदर नई सोच का उदय करना पड़ेगा, जो हम सबके लिए अच्छी शुरुआत होगी। तो क्यों न हम सब कुछ मिलकर कुछ अपने जीवन में और अपने साथ रहने वाले लोगों के मन में भी परिवर्तन की ज्योत को जगाये, इसके लिए हमें अपने, आचार विचारो के साथ नई ऊर्जा शक्ति को अपने अंदर जगाना होगा, तभी हम सब मिलकर कुछ नया परिवर्तन करने और करवाने की हिम्मत को जुटा सकते है, जिसकी इस समय अतियंत ही आवश्यकता है। तो क्यों ना हम सब मिल कर एक संकल्प करे की अपने देश को स्वच्छ, सुंदर, और भ्रष्टाचार, महंगाई से मुक्त बनाये, और क्यों न विकास की ओर इस को अग्रसर करे। ये सब तभी संभव है जब हमारे अंदर एक नई चेतना का उदय होगा। इसके लिए हमें सबसे महत्वपूर्ण कार्य जो करना है, वो है कि सबसे पहले हम लोग है हिन्दुस्तानी और भारतीय, उसके बाद ही जाती और धर्म और भी जो जो आप और हम लोग मानते वो आते हैं। यदि इस विचारधारा को हम सभी लोगों ने अपना लिया तो फिर दुनियां कि कोई भी तगात हमें किसी भी क्षेत्र में हरा ही नहीं सकती है। यदि गलत लगे तो एक बार ये सब आजमा के देखा लो। हमें हमारे ही लोग अपने फायदे के लिए जाती, धर्म और ऊँचा नीचा, आदि बातो में बाट कर अपना उल्लू सीधा करते रहते हैं। परन्तु अब हर इंसान इन लोगों कि चाल बाजियों को समझ गया है, तभी तो देश बड़ा परिवर्तन हुआ है। हमें अपने दिल और दिमाग में सिर्फ एक बात को ही अब जिन्दा रखने चाहिए कि हम लोग सबसे पहले भारतीय है। उसके बाद फिर और कोई हैं। इस नई चेतना का उदय जितने जल्दी हमारे अंदर उत्पन्न होगा। उतने ही जल्दी हम और हमारा देश विकास कि तरफ दौड़ लगाना शुरू कर देंगा, क्योंकि सबसे बड़ा धर्म है इंसानियत का और हमारे भारतीय होने का, जैसे की हमारे घर में एक बच्चे का जन्म होता है और हमारे घर मे खुशी का माहौल बन जाता है और हम लोग मिठाई आदि खिलाते है, अपने मित्रो और रिश्तेदारो को, तो इसी प्रकार जब हमारे मन में देश प्रेम की चेतना का उदय होगा, तो सारे देशवासीयों में खुशी की लहर का संचार हर किसी के चेहरे पर दिखाई देने लगेगा। साथ ही इसकी ज्योत एक से दो और दो से चार …………. आगे भी जलती चली जाएंगी और हर इंसान के अंदर नई भारत के निर्माण की चेतना जागकर उसके अंकुर हर किसी के मन में उदित होते हुए, सारे भारत में उसकी फसल एक दम से लहराने लगेगी, जो कि देखते ही बनेगी और इसी के साथ रावण राज्य का अंत, अपने आप हो जाएगा और राम राज्य स्थापित हो जाएगा, चारी तरफ भाई चाहारे का वातावरण अपने आप निर्मित हो जाएगा। सिर्फ़ हम सब को एक बार कुंभकारण वाली नींद से जगाना है? यदि एक बार देश के प्रति हम सब मिलकर संकल्प कर ले तो फिर आप और आपकी आने वाली पीडी में भी अपने देश के प्रीत कुछ नया करने की चेतना सदैव जागती रहेगी, और हमारा देश साऱे विश्‍व में अपना नाम रोशन करेगा। हम सब जानते है की बच्चो की परवरिश पर उसके माता, पिता और उसके परिवार का बहुत बड़ा योगदान रहता है। वैसे ही हम सब का ये कर्तव्य बनता है, की हम भी अपनी देश को अपने परिवार की तरह खुशाल रखे ताकि, किसी भी देश के नागरिक को किसी भी प्रकार की तक्लीफ़, परेशानिया, या अन्य समस्याओ का उनको समाना नहीं करना पड़े। हम लोग बड़ी उम्मीदो के साथ देश की बागडोर पाँच सालो के लिए अपने देश के नेताओ के हाथ में सोफते है, की आप सभी लोग मिलकर अपने देश को सही दिशा में लेकर चले, और देश के जनता का पूरा ध्यान रखे। ऐसी जन चेतना का उदय सभी के मन में होनी चाहिए, चाहे वो नेता हो या अभिनेता या फिर आम जनता। तभी हम सुंदर और विकाशित और भ्रष्टाचार तथा महंगाई मुक्त भारत की कल्पना कर सकते है। यदि ये सब हम आप ने कर दिखाया तो फिर हम इसको ही राम राज्य भी कहा सकते है। इसलिए सभी भारतीयों को इस आज ही यह संकल्प लेना चाहिए कि हम सब भारतीय है और भारत हमारा घर है।

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