नीद में हूँ मगर सोने नही देता । 
करोना है कि बाहर जाने नही देता ।
मैं मर जाऊ मुझे कोई गम नही,
डर है कि अपनों को रोने नही देता ।
ख़ौफ़ इतना कि ख़्वाबों में ख़ौफ़ है ।
मेहमां कोई भी पास आने नही देता ।
कल का शोर इतना कि चैन नही था ।
सन्नटा इतना कि सुकून पाने नही देता ।
अंधेरा बहुत है यहां मेरी जिंदगी में,
भूखा पेट दीप जलाने नही देता ।
तुम्हारी बातों में है रोशनी इतनी कि, 
अंधेरा क्या है दिखाने नही देता । 

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