बुधुआ ने सुना कि 
रेपो रेट में हो गई है कटौती
अब कम हो जाएगी ईएमआई
गांव के मास्टर साहब से
पूछेगा वह उसका मायने
उसे ग्रोथ रेट भी जानना है
और यह भी जानना है
कि एम एस एम ई क्या होता है
वह पिछली तीन पीढ़ियों से
शहर में इमारतें बनाता है
वह अभी रास्ते में है
चार दिन से चलते चलते
बदल गया है सारा सौंदर्य बोध 
चाँद भी अब उसे दिखाई देता है रोटी 
सूरज रोशनी नहीं देता
जला देता है उसे
और हवा राहत देती है
पेड़ों की पत्तियां और टहनियां
उसे दिखती हैं उस ईंधन
अब वह भी पढ़ना चाहता है
आधुनिक भाषा
जीने की गणित, फिजिक्स
और केमेस्ट्री
बुधुआ अब हार गया है 
अब उसे जीने का नया मंत्र चाहिए

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