गीत लिखते हो तुम,
गीत गाता हूँ में।
सुन कर मेरा गीत,
मुस्कराते हो तुम।
मेरे धड़कनो में,
बस गए हो तुम।
दिल मेरा अब,
मेरे बस में बिल्कुल नही।
कैसे तुम को बताऊं,
हा ले इस दिल का।
चोट दिल पर लगी,
जो छुपती नही।
कुछ दवा या म्हलाम,
तुम लगा दो इस पर।
हम तेरी शरण में,
आये है जानम।।
अब रहा जाता नहीं,
तेरे गीतों को गा के।
दिल बहुत बैचैन,
मेरा हो जाता है।
तेरे दिल में,
जो भी चल रहा है।
एक बार तुम आकर,
तुम मुझसे कहा दो।
शायद दोनों के दिल,
एक हो जाएंगे।
एक नया इतिहास,
हम दोनों लिख जाएंगे।
और मोहब्बत अपनी,
अमर कर जाएंगे।।