दुनिया हिला दूंगा, सब कुछ जला दूंगा टाइप का एटीट्यूड रखने वाले जेन जी एक तबका नेपाल में सरकार पलट देने से बहुत उत्साहित है। उसी टाइप के एक जेन जी के पास एक हिंदी के अखबार का रिपोर्टर पहुंचा।
रिपोर्टर हेडफोन लगाए हुए कोरियन पाप पर झूमते हुए जेन जी को देखकर बुदबुदाया –
“जलते घर को देखने वालों,
फूस का छप्पर आपका है,
आपके पीछे तेज हवा है
आगे मुकद्दर आपका है”।
एक उस्ताद शायर ने जब ये शेर कहा था तब इस दुनिया में जेन जी जेनेरेशन तो थी पर उनको लोग युवा
या नौजवान कहा करते थे ।
रिपोर्टर ने हाथ हिलाया तो जेन जी हेडफोन कान से निकाल लिया। रिपोर्टर ने जेन जी से पूछा-
“आपका खाना पीना कैसे चलता है” ?
जेन जी –
“खाना घर पर रहता हूँ तो जोमैटो या स्विगी से आता है।पर मोस्टली मैं आउटिंग पर ही होता हूँ तो वहीं
कुछ नूडल्स वगैरह खा लेता हूँ। रहा सवाल पीने का तो जब घर पे होता हूँ तो रात को कोल्डड्रिंक ले लेता हूँ।
अगर कहीं बाहर कोई इवेंट है और सिर्फ ब्यावज हैं तो चिल्ड बियर लेते हैं। और अगर गर्ल्स भी हमारी
सर्किल में हैं तो वाइन शेयर कर लेते हैं । बट जब कोई बिग एंड स्पेशल ओकेजन होता है तो व्हिस्की,रम
कुछ भी चलता है ये तो बजट के ऊपर है ” ।
रिपोर्टर –
“ मेरा मतलब यह नहीं है था कि आप क्या खाते पीते हैं ? बल्कि मेरा मतलब यह था कि आप के खाने
पीने का खर्चा कहाँ से आता है ” ?
जेन जी –
“ मेरे पास डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड है ना । ई वालेट भी है, उसमें पैसा रखता हूँ।मेरे पास दो फोन हैं । एक में
फोन पे चलाता हूँ दूसरे में गूगल पे” ।
रिपोर्टर –
“मेरा मतलब है कि इन वालेट्स और एकाउंट्स में पैसा कहाँ से आता है ? ”
जेन जी –
“ डैडी देते हैं तो आता है । क्यों आपके डैडी नहीं हैं क्या, वो आपको स्पॉन्सर नहीं करते क्या ” ?
रिपोर्टर –
“नहीं भाई,हमें कोई स्पॉन्सर नहीं करता। हमें बस पढ़ाया- लिखाया गया । हमने पढ़- लिख कर पहले खूब बेरोजगारी झेली। फिर बड़ी मुश्किल से यह एक छोटी से नौकरी मिली ।अब इसी में महीना भर घिसते हैं तब जाकर सेलरी मिलती है जिससे बड़ी मुश्किल से गुजारा होता है”।
जेन जी –
“कम आन मैन। थोड़ा हिम्मत करो । तुम अपना स्टार्ट अप क्यों नहीं कर लेते”।
रिपोर्टर –
“हमें कौन फंडिंग करेगा। जितनी सेलरी है उस पर तो बैंक घर बनाने के लिये होम लोन या घरेलू खर्चों के लिये पर्सनल लोन तो देता ही नहीं है । अलबत्ता कार लोन जरूर देता है जिसकी मुझे जरूरत नहीं है। अब आप ही बताओ कि मैं स्टार्टअप कैसे शुरू कर सकता हूँ। वैसे आपको अपने से बड़ों को आप कहना चाहिये, तुम नहीं”।
जेन जी हंसते हुए –
“यही आप और तुम के एटीट्यूड में तो आप लोगों की जेनेरेशन फंस कर रह गयी । क्या तुम क्या आप मैन? वी आल आर इक्वल। वेल,आपकी खुशी के लिये मैं तुमको आप बोल देता हूँ। आप यह बताओ कि आपको
स्पान्सर नहीं मिलता तो आप क्राउड फंडिंग क्यों नहीं करवा लेते ”?
रिपोर्टर-
“ यानी एक -एक आदमी से जाकर पैसे मांगूं कि मुझे अपना जीवन चलाने के लिये स्टार्ट अप करना है और उसके लिये आप जितना चंदा दे सकते हैं उतना दे दें”।
जेनजी –
“यही तो आप ओल्ड थाट पीपुल की प्रॉब्लम है। इसे भीख या चंदा क्यों समझते हो । किसी से डायरेक्ट थोड़ी ना मांग रहे हो। बस एक वीडियो बनाकर नीचे अपना क्यू आर कोड या मोबाइल नंबर डाल दो। इस वीडियो को इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब पर डाल दो। फिर देखो कितनी टॉप की क्राउड फंडिंग हो जाती है। और हाँ, ये पैसे वापस भी नहीं करने हैं किसी को। देखा ना आयडिया। एन आयडिया कैन चेंज योर दुनिया।”
रिपोर्टर-
“अच्छा चलिये,मेरी छोड़िए। आप कुछ अपनी बताइए। आपके जिगरी दोस्त कौन- कौन से हैं ? क्या आप उनसे रोज मिलते हैं और कहाँ आप लोगों का उठना बैठना होता है?”
जेन जी –
“व्हाट जिगरी दोस्त मैन। कोई इवेंट होता है तो मिल लेते हैं ऑनलाइन इंस्टा ग्राम पर । नहीं तो सब अपने ऑनलाइन गेम्स,बिटकाईन, माइनिंग,ब्रांडिंग जैसी एक्टिविटीज में एंगेंज रहते हैं। सबको बिलेनियर बनना है आप लोगों की तरह यूजलेस सोशल इशुज में उलझकर अपनी लाइफ वेस्ट नहीं करनी है हम जेन जी लोगों को ”।
रिपोर्टर –
“अच्छा आज आपके इलाके में कर्फ्यू लगने वाला है शायद शाम को।सुबह जब आप निकले तो कुछ प्रशासन का एनाउंसमेंट सुना था आपने ?”
जेन जी –
“व्हाट इज कर्फ्यू मैन। ये क्या होता है। कोई रॉकस्टार या सेलेब्रिटी आता है तब ये लगाया जाता है क्या
क्राउड कंट्रोल के लिये होता है क्या ? बट जिसके पास रॉक इवेंट का पास या टिकट होगा उसे तो कोई
प्रॉब्लम नहीं होती होगी। यू टेल मी मैन कर्फ्यू में क्या क्या होता है ?मुझे सच में नहीं पता क्योंकि सुबह जब मैं घर से निकला था तो मैंने कान पे हेडफोन लगा रखा था। कर्फ्यू भी रॉक शोज की तरह एडवेंचरस एंड एंटरटेनिंग होता है क्या ? ”
रिपोर्टर –
“अच्छा ये बताइए कि आप लोग हर बनी हुई चीज को तहस -नहस क्यों कर देना चाहते हैं? आपके डेमोक्रेसी में यकीन नहीं है क्या ? पहले श्रीलंका में फिर बांग्लादेश में और उसके बाद आप जेन जी लोगों ने डेमोक्रेटिक तरीके से चुनी हुई सरकार गिरा दी । आखिर आप लोग इस डेमोक्रेटिक व्यवस्था से सन्तुष्ट नहीं हैं
क्या। प्रॉब्लम क्या है आप लोगों को ’ ?
जेनजी ने कुछ देर सोचा -विचारा और फिर कहा –
“लुक मैन, आप जिन कंट्रीज की बात कर रहे हैं। उन कंट्रीज में परफेक्ट डेमोक्रेसी नहीं थी । डेमोक्रेसी देखना हो तो हमारी ऑनलाइन बीटीएस फैमिली में देखो। ऑनलाइन जेनजी फ़ैमिली जो कोरियन और पाप सांग्स की दीवानी है उसका एक पीएम किम नमजून जैसा होना चाहिये। दूसरी बात जिन कंट्रीज में डेमोक्रेटिक गवर्नमेंट का डीबेकल हुआ वहाँ पर आप लोगों ने जो वोटिंग कराई थी वो ऑनलाइन नहीं थी। हमारी तरह इंस्टाग्राम पर ऑनलाइन वोटिंग कराओ तो हम मानेंगे कि आपकी वोटिंग सही थी । सबको ऑनलाइन इंस्टा स्क्रीन पर दिखना चाहिए कि किसको कितना वोट मिला। जिस यूट्यूबर या इंस्टाग्राम वाले को जितना ज्यादा वोट मिले उसे ही उस कंट्री के इलेक्शंस में पीएम या प्रेसीडेंट बना दो फिर वो चाहे कोरिया में रहता हो या सिंगापुर में ।
वहीं से आनलाइन सरकार चलाएग।सो सिपंल। व्हाई ए कंट्री ओनली। होल वर्ड इज आवर फैमिली। दैट्स वी जेन जी आल एबाउट”।
रिपोर्टर –
“अच्छा ये बताइए नेपाल में आप लोगों ने हिल्टन होटल जला दिया। एक होटल से आपके किस अधिकार का नुकसान हो रहा था? ”
जेनजी –
लुक मैन,एक्जैक्टली तो मुझे नहीं पता कि वहां क्या हुआ था ?लेकिन अगर कोई जेनजी किसी होटल के पब, बार या डिस्कोथेक में जाना चाहता है तो उसे रोका नहीं जाना चाहिये चाहे उसके वालेट में उस टाइम पैसा हो या न हो। सरकार अगर गरीब लोगों को फ्री में घर, मेडिकल ट्रीटमेंट और खाना दे सकती है तो क्या जेन जी के लिये होटलों में पब,बार या डिस्कोथेक को फ्री नहीं कर सकती। उनके बिल्स नहीं भर सकती। इसीलिये जेन जी लोगों ने वो होटल जलाया होगा।”
रिपोर्टर-
“उसके कत्ल पे मैं भी चुप था मेरा नम्बर अब आया,
मेरे कत्ल पे आप भी चुप हैं अगला नम्बर आपका है।
जानते हो एक उस्ताद शायर ने यह मानीखेज बात आप जैसे लोगों को आगाह करने के लिये ही लिखी थी। कुछ समझे आप”? जेन जी ने इंकार में सिर हिलाया और हेडफोन में एक कोरियन पाप म्यूजिक सुनते हुए झूमता इठलाता हुआ वहां से चला गया।

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