tiranga

कविता : नया कश्मीर

लाल चौक पर फ़हरे तिरंगा मन में ये एक आशा है,कश्मीर बने स्वर्ग सुन्दर-सा दिल की ये अभिलाषा है।                  बहुत हुआ खून-खराबा                   रक्तरन्जित धरा ये कहे,                  सपूतो के तन में मेरे अब                   लहू प्रेम का बस बहे।  धारा-धारा कर तुमने  द्वेष की… Read More

कविता : भारत माता

भारत माता तेरा स्वर्णिम इतिहास देता हमें गौरवानुभव का अहसास         तेरी गोद से अनेक वीरों ने जन्म है लिया         प्राणों का दे बलिदान नाम ऊँचा तेरा किया विद्वानों की तू पृष्ठभूमि कृषि से होता तेरा श्रृंगार        जाती… Read More