मिलाकर आँखे किसी से
लुभा उनको लेते है।
दिल की गैहरीयों में
बसा उनको लेते है।
और दिलकी धड़कनो में
शमा उनको लेते है।
फिर दो आत्माओं का
मिलन करा देते है।।
मोहब्बत करने वालो का
निराला अंदाज होता है।
मोहब्बत की कश्ती को
चलाना भी पड़ता है।
अगर सच्ची मोहब्बत हो
तो दिल निश्चित धड़कता है।
और मिलन दो दिलो का
फिर निश्चित ही होता है।।
भला हो इन आँखो का
मिलाया जिन्होंने तुम से।
जगाकर दिलमें मोहब्बत को
दिखा दिया जन्नत को।
बड़े ही शुक्र गुजार है हम
अपनी इन आँखे के।
जिन्होंने दीप जला करके
किया है दूर अंधेरे को।।
