सिखाया जिसने जीना मुझको वही छोड़कर चली गई। जलाये जिसने अंधेरो में दीपक वो न जाने कहाँ खो गई। सिखाया जिसने लिखना पढ़ना पता नहीं वो क्यों रूठ गई। सच कहे की हमारा आधार अब जिंदगी का नहीं बचा।। हमें… Read More
सिखाया जिसने जीना मुझको वही छोड़कर चली गई। जलाये जिसने अंधेरो में दीपक वो न जाने कहाँ खो गई। सिखाया जिसने लिखना पढ़ना पता नहीं वो क्यों रूठ गई। सच कहे की हमारा आधार अब जिंदगी का नहीं बचा।। हमें… Read More
ललायत रहत है अँखियां तुम्हें रोज देखन को। जो दिख जाएँ तुमरो सुंदर चेहरा सुबेहरे मुझेखो। तो दिन मोरो निकलत है बहोतई नो नो नो सो। तबाई तो व्याकुल रहात है मोरी अँखियाँ रोजाई।। बहोताई मैं सोचत हो अब तुमरे… Read More
चलो सैर पर चले जिंदगी संवर जायेगी। रातों के ख्यालों में खो जाये दिलमें कमल खिल जायेंगे। जो ख्यालों में हमारे रोज आती जाती है। और अपने नये नये रूप हमें दिखती है। सच कहे अगर तुमसे तो हमें भी… Read More
हल्की हल्की बारिस में मज़ा बहुत आता है। जैसे जैसे गिरती है बदन पर पानी की बूंदे। अजब सी गुद गुदी मेहसूस होने लगती है। और कमल से फूल खिल उठते है अंदर ही अंदर।। मुझे ज्यादा पसंद है चांदनी… Read More
बड़े अजीब किस्से है। इस मानव जीवन के। न ये हँसता है न रोता है। पता नहीं किसे देखता है।। देखकर इस उदासी को। दर्द अपनो को होता है। जो समझते और जानते है। इसलिए लिए परेशान होते है।। वो… Read More
बारिस के पानी से देखो। भर गये नदी नाले तलाब। सुखी उखड़ी भूमि भी अब हो गई है गीली गीली। वृक्षों पर भी देखो अब नये हरे पत्ते आने लगे। चारों तरफ पानी पानी अब जमा हो गया बारिस का।।… Read More
तू वर्षो से यहाँ वहाँ भटक रहा पर प्रभु दर्शन नहीं मिल पाये है। किये थे पूर्व जन्म में अच्छे कर्म। इसलिए मनुष्य जन्म तुम पाये हो।। तू वर्षो से यहाँ वहाँ भटक रहा..। तुझसे पहले कितने भक्तगण यहाँ आकर… Read More
ललायत रहत है अँखियां तुमरो मुखौटा देखन को। जो दिख जाएँ तुमरो सुंदर चेहरा सुबेहरे मुझेखो। तो दिन मोरो निकलत है बहोतई नो नो नो सो। तबाई तो व्याकुल रहात है मोरी अँखियाँ रोजाई।। बहोताई मैं सोचत हो अब तुमरे… Read More
ऊपर नीचे के मिलन से बारिस बहुत हो रही है। बदलो का पर्वतो से टकराना हो रहा है। जिसके कारण खुलकर वर्षा हो रहा है। स्वर सरगम मिल रहे है इससे भी बारिस हो रही है।। इन्द्रदेव भी गीत मल्हार… Read More
बड़ा अजीब सा किस्सा है। मेरे इस मानव जीवन का। न ये हँसता है न रोता है। बस उन्हें देखता रहता है।। देखकर मेरी इस उदासी को। दर्द मेरे अपनो को होता है। जो मुझे समझते और जानते है। वो… Read More