गुरुवार को साहित्यिक पत्रिका पतहर के नवीनतम अंक का लोकार्पण नागरी प्रचारिणी सभा, देवरिया में किया गया। सभा के उपाध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार एवं कवि सरोज पांडेय, मंत्री अनिल कुमार त्रिपाठी सहित उपस्थित साहित्यकारों द्वारा जनपद से प्रकाशित साहित्यिक पत्रिका के नवीन अंक का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने साहित्यिक पत्रिका के नियमित प्रकाशन पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पत्रिका पूरे देश में साहित्य के पाठकों, विद्यार्थियों, शोधार्थियों के मध्य जनपद की साहित्यिक पहचान को स्थापित कर रही है। हिंदी की लघु पत्रिकाओं में पतहर का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है। साहित्यिक पत्रकारिता के क्षेत्र में यह पत्रिका नया मुकाम हासिल करेगी ऐसी उम्मीद साहित्य जगत को है।
वक्ताओं ने पत्रिका पर चर्चा करते हुए कहा कि पतहर का यह अंक बहुत ही सुदृढ़ है। शोधपरक रचनाओं को इस अंक में प्रकाशित किया गया है। नौ वर्ष पूरी कर रही पत्रिका के नवीन अंक में विविध विषयों पर जहां आलेख शामिल हैं वहीं कविता, कहानी, ग़ज़ल सहित अन्य महत्वपूर्ण पठनीय सामग्री प्रकाशित है। पत्रिका के प्रबंध संपादक चक्रपाणि ओझा ने कहा कि पतहर हमेशा से सकारात्मक साहित्य प्रस्तुत करती रही है। जनसरोकार को समर्पित इस पत्रिका का दायरा दूर तक फैला हुआ है। इसमें विभिन्न रचना धर्मी विद्वानों का एक समीक्षा टीम भी है जो पत्रिका के सकारात्मक विकास में सहायक होते हैं। संपादक और संपादक मंडल के अथक प्रयास, परिश्रम से जनसहयोग के बल पर प्रकाशन हो रहा है।
पत्रिका के इस अंक में शामिल रचनाकारों में मुख्य रूप से प्रो. ललित चावड़ा, डॉ. चतुरानन ओझा, डॉ. विमलेश कुमार मिश्रा, डॉ. दिनेश कुमार चौधरी, सुभाष राय, डॉ. सियाराम मीणा, डॉ. मधुमिता, शिव शरन द्विवेदी, उपेंद्र तिवारी, अरुण तिवारी, डॉ. नरेश कुमार सिहाग, प्रिया, श्याम बिहारी महतो, डीएम मिश्रा, केशव शरण, चंदेश्वर, गोलेन्द्र पटेल, एकता मंडल, उद्धव मिश्र, जावेद अनीस सहित कई विद्वानों के नाम शामिल है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से वरिष्ठ साहित्यकार उद्भव मिश्र, रमाकांत कुशवाहा, रमेश चन्द्र त्रिपाठी आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। कार्यक्रम का संचालन व आभार ज्ञापन पतहर पत्रिका के प्रबंध संपादक चक्रपाणि ओझा ने किया।