उदय प्रताप कॉलेज के संस्थापन समारोह के अन्तर्गत सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज वार्षिक खेल कूद प्रतियोगिताओं का आरंभ हुआ। इन खेलकूद प्रतियोगिताओं का उद्घाटन वाराणसी के क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ. ज्ञान प्रकाश वर्मा जी ने किया। समारोह के आरंभ में मुख्य अतिथि डॉ. वर्मा का स्वागत प्रो. सुबोध सिंह तथा डॉ. विनय कुमार सिंह ने स्मृति चिह्न, अंगवस्त्रम् प्रदान कर तथा बैज लगाकर किया। समारोह में डॉ. वर्मा के “मैं उदय प्रताप कॉलेज की 116 वीं वार्षिक प्रतियोगिता का शुभारंभ करता हूँ” घोषणा के साथ पूर्व छात्र चैंपियन दयानिधि व जूनियर बालक बालिका ने मसाल को कॉलेज मैदान का चक्कर लगाने के उपरांत ज्योतिवाहक ने शपथ ग्रहण किया।
आज अपने उद्घाटन वक्तव्य में डॉ. वर्मा ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल जीवन की वह ताज़ी हवा है, जो तन को शक्ति और मन को संतुलन देती है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि खेल हमें अनुशासन, सहयोग और संघर्ष की सुंदर भावना सिखाता है। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.धर्मेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि खेलों के माध्यम से हम न केवल जीतना सीखते हैं, बल्कि गिरकर दोबारा उठने का साहस भी पाते हैं। उन्होंने आगे यह भी कहा कि नई पीढ़ी का उज्ज्वल भविष्य तभी संभव है, जब खेल उनके जीवन का अनिवार्य हिस्सा बने।
समारोह के आरंभ में प्राचार्य प्रो. धर्मेंद्र कुमार सिंह का स्वागत श्री उमेश सिंह व कार्तिक जी ने स्मृति चिन्ह , सॉल प्रदान कर व बैज लगाकर किया। उदय प्रताप पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती संगीता कुमार का स्वागत प्रो. अंजू सिंह ने बैज लगाकर किया। उदय प्रताप इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डॉ. रमेश प्रताप सिंह का स्वागत श्री कार्तिक द्वारा किया गया। रानी मुरार कुमारी बालिका विद्यालय की नवनियुक्त प्रधानाचार्या अनिता सिंह का स्वागत श्रीमती नीरजा सिंह ने किया l प्रतियोगिता के दौरान संत कुमार कोच रामललित जी का विशेष सहयोग रहा।

आज सम्पन्न हुई प्रतियोगिताओं में बालक वर्ग की 100 मीटर, 200 मीटर तथा 800 मीटर रेस, हाई जम्प, शाट पुट, डिस्कस थ्रो तथा बालिका वर्ग की 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर,800 मीटर रेस, शाट पुट, डिस्कस थ्रो प्रमुख हैं। इस अवसर पर कालेज के पूर्व छात्र तथा अन्तरराष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाड़ी श्री रजनीश सिंह की विशेष उपस्थिति रही। समारोह में प्रो. संत कुमार सिंह, प्रो. सुधीर कुमार राय, प्रो. नरेंद्र प्रताप सिंह, प्रो. रमेश धर द्विवेदी, प्रो. रेनू सिंह, प्रो. शशिकांत द्विवेदी, डॉ. शरद श्रीवास्तव, श्री उमेश प्रताप सिंह, प्रो. अरविंद सिंह, प्रो. नागेन्द्र द्विवेदी, प्रो. गोरख नाथ, प्रो. रश्मि सिंह, श्री राणा प्रताप सिंह सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
